रांची
"लहू बोलेगा" स्वैच्छिक रक्तदान संगठन की ओर से आज सत्य भारती सभागार, मेन रोड, रांची में एक विशेष सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह आयोजन संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती और झारखंड के तीन प्रमुख जननेताओं—पूर्व सांसद कॉमरेड एके राय, पूर्व विधायक शहीद कॉमरेड गुरुदास चटर्जी और शहीद कॉमरेड महेंद्र सिंह—की स्मृति को समर्पित रहा। कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से सामाजिक, सांस्कृतिक और जन-सेवा से जुड़े 27 प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें झारखंडी अंगवस्त्र, पुष्प और मोमेंटो भेंट किए गए। इस अवसर के मुख्य अतिथि झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ रक्तदाता राजेश ठाकुर रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता भाकपा माले केंद्रीय कमेटी के वरिष्ठ सदस्य कॉमरेड शुवेन्दु सेन ने की। संचालन श्रमिक नेता भुनेश्वर केवट और इंजीनियर शाहनवाज़ अब्बास ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पाठ से हुई, जिसका नेतृत्व अधिवक्ता शादाब अंसारी ने किया। कार्यक्रम की भूमिका और तीनों जननेताओं की जीवनगाथा भाकपा माले के पूर्व केंद्रीय सदस्य कॉमरेड अनंत गुप्ता ने प्रस्तुत की। सम्मान प्राप्त करने वालों में शामिल थे, पत्रकार फैसल अनुराग, सुधीर पाल, अधिवक्ता शादाब अंसारी, झारखंड जनाधिकार महासभा, लेखक एम. ज़ेड. खान, सामाजिक कार्यकर्ता कुमार वरुण, पॉवेल कुमार, सपन कुमार महतो, सूरज झंडाई, खुबैब शहीद, अज़हर खान, डॉ. अनुराधा, करण अरोड़ा, त्रिलोकी, अफ़ज़ल अनीश सहित कुल 27 व्यक्तित्व।
मुख्य अतिथि राजेश ठाकुर ने इस आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा, "जब राज्य का मुख्यमंत्री तक रक्तदान करता है, तो यह हम सभी के लिए प्रेरणा है। झारखंड सरकार ने ब्लड डोनर कार्ड को पुनः चालू कर एक सराहनीय कदम उठाया है। ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक चेतना फैलती है।"
कॉमरेड शुवेन्दु सेन ने समारोह को "समय की मांग" बताया और कहा, "यह आयोजन सिर्फ सम्मान का नहीं, बल्कि जनराजनीति के मूल्यों की पुनः स्थापना का प्रतीक है।"
इस समारोह में बड़ी संख्या में युवा रक्तदाताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों की सहभागिता रही। कार्यक्रम में नदीम खान, अकरम राशिद, असफ़र खान, मो. मोजाहिद, डॉ. दानिश रहमानी, मो. सुफ़ियान, नसीम खान, शम्स तबरेज़, गुलज़ार अंसारी, साजिद उमर, मो. बब्बर, जावेद खान, मो. शकील, तौसीफ़ खान और सनम जैसे कई कार्यकर्ता शामिल रहे।